कभी अंधेरे में बनता था मशाल , अब अंधेरे में ओज़ल हो जाता हूँ ,
कभी उसे सोच बनाता था प्यारी ग़ज़ल , अब याद आते ही उसकी बोज़ल बन जाता हूँ ,
मुजे पागल मत समजना मेरे यारों ,
राह चलते यूहीं नहीं में अश्क बहाता हूँ । ( 1 )
प्यार के राही को राह दिखाने वाला , आज ख़ुद बिना मंजिल की राह बन गया हूँ ,
जो कभी पत्थर में भी ढूनढता था दिल , आज ख़ुद एक पत्थर दिल बन गया हूँ ,
मुजे ज़िंदा लाश न समजना मेरे यारों ,
बोलते जो थकता नहीं था, में यूहीं नहीं सन्नाटा बन गया हूँ। ( 2 )
उड़ता हुआ बिंदास बादल था कभी , बिछड़ के उस चाँद से तनहा चकोर बन गया हूँ,
जिंदगी को कई हसीं नाम देने वाला , में अपने आप से गुमनाम हो गया हूँ,
मुजे पागल बेतुका शायर न समजना यारों,
प्यार भरे नगमे बनाने वाला , मैं यूहीं नहीं दर्द - ऐ- ग़ज़ल लिख रहा हूँ । ( 3 )
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बस अब तो ज़मीन से आसमा को मिलाने की ख्वाहिश रखने वाला ,
यारों इस ज़मीन में सिमट जाने की ख्वाहिश रखता हूँ।
कभी उसे सोच बनाता था प्यारी ग़ज़ल , अब याद आते ही उसकी बोज़ल बन जाता हूँ ,
मुजे पागल मत समजना मेरे यारों ,
राह चलते यूहीं नहीं में अश्क बहाता हूँ । ( 1 )
प्यार के राही को राह दिखाने वाला , आज ख़ुद बिना मंजिल की राह बन गया हूँ ,
जो कभी पत्थर में भी ढूनढता था दिल , आज ख़ुद एक पत्थर दिल बन गया हूँ ,
मुजे ज़िंदा लाश न समजना मेरे यारों ,
बोलते जो थकता नहीं था, में यूहीं नहीं सन्नाटा बन गया हूँ। ( 2 )
उड़ता हुआ बिंदास बादल था कभी , बिछड़ के उस चाँद से तनहा चकोर बन गया हूँ,
जिंदगी को कई हसीं नाम देने वाला , में अपने आप से गुमनाम हो गया हूँ,
मुजे पागल बेतुका शायर न समजना यारों,
प्यार भरे नगमे बनाने वाला , मैं यूहीं नहीं दर्द - ऐ- ग़ज़ल लिख रहा हूँ । ( 3 )
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बस अब तो ज़मीन से आसमा को मिलाने की ख्वाहिश रखने वाला ,
यारों इस ज़मीन में सिमट जाने की ख्वाहिश रखता हूँ।
5 comments:
Waah waah...
Kya likha hai likhne waale ne..
Kalam tod di....
Hu Bhai...
Sayar kyar thi bani gayo..
Sayari toh mast lakhi che....
Thanks a lot manav N Chirag.... :)
bas yaar kalam aisi tod di ki likhai hi chhod di...wah wah ;)...
Chirag la shu kahu tane coding kari kantalyo to vicharyu ke kai off beat kaam karie.. :)
hiiiieee
are tum to achi kavita kar lete ho
lekin tum itni udas kavitaye mat likho jara muskurane wali khil khilati kavita to do..ke rota hua dil bhi hasne par majbur ho jaye..
waiting for your next post with
lots of love....:)
Sheetal
Hey Sheetal,
Thanks a lot for valuable reply... :)
Definitely aapka hukum sir aankho par ;)
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